लाल किताब से बनायें मंगल को शुभ (Lal Kitab Remedies for Mars)

मंगल को लाल किताब (Lal kitab) में शेर कहा गया है। यह अगर नेक हो तो वीरता, साहस और पराक्रम देता है। अगर मंदा हो तो भाई बंधुओं से परेशानी होती है। विवादो में उलझना पड़ता है। लाल किताब कहता है मंगल अगर मंदा (debilitated Mars) हो तो इसे नेक बनाने के लिए उपाय करना चाहिए। लाल किताब में प्रत्येक भाव के लिए उपचार बताए गए हैं।
पहले भाव में मंगल (Lalkitab Remedies for Mars in 1st house)
मंगल खाना (house) संख्या एक में मंदा (debilitated) होकर बैठा हो तो उसे नेक बनाने के लिए एवं नेक हो तो उसे और नेक बनाने के लिए व्यक्ति को अपने क्रोध पर काबू रखना चाहिए। व्यक्ति को अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना चाहिए कभी किसी के प्रति अपशब्द नहीं बोलना चाहिए। मंगल की शुभता का फल प्राप्त करने के लिए मिट्टी की सुराही में सौंफ डालकर सुनसान स्थान पर मिट्टी के नीचे दबाना चाहिए।
दूसरे भाव मे मंगल (Lalkitab Remedies for Mars in 2nd house)
लाल किताब के अनुसार मंगल खाना संख्या दो में मंदा(combust) हो तो उसे नेक बनाने के लिए भाईयों के साथ मधुर सम्बन्ध बनाकर रखना चाहिए। जरूरत के समय भाईयों की मदद करनी चाहिए। पीठ पीछे किसी की शिकायत नहीं करनी चाहिए। अपने व्यवहार और कार्य में दृढ़ता लानी चाहिए। जनसेवा और भंडारे के आयोजन से मंगल नेक फल देता है।
तीसरे भाव में मंगल (Lalkitab Remedies for Mars in 3rd house)
तीसरे खाने(3rd house) में बैठा मंगल अगर मंदा हो तो मंदे प्रभाव को दूर करने के लिए व्यक्ति को हाथी के दांत का कड़ा या इससे बनी कोई अन्य वस्तु घर में रखनी चाहिए। दिखावे से बचना चाहिए और अनावश्यक खर्च नहीं करना चाहिए। अपने अंदर आत्मविश्वास बनाये रखना चाहिए और अपने गुणों और क्षमताओं का प्रयोग करना चाहिए।
चौथे भाव में मंगल (Lalkitab Remedies for Mars in 4th house)
मंगल चौथे भाव में मंदा होकर बैठा हो तो इसकी शुभता के लिए मिट्टी के बर्तन में शहद भरकर उसे शमशान भूमि दबा देना चाहिए। घर का दरवाजा दक्षिण दिशा में नहीं रखना चाहिए। 400 ग्राम रेवड़ी नदी में प्रवाहित करना चाहिए। चिड़ियों को मीठा डालना चाहिए। नेक मंगल के लिए हनुमान जी को सिन्दुर चढ़ाना चाहिए।
पांचवें भाव में मंगल (Lalkitab Remedies for Mars in 5th house)
पांचवें घर में बैठे हुए मंगल को नेक बनाने के लिए रात को सोते समय सिरहाने किसी बर्तन में पानी भरकर रखें और सुबह उस जल को ऐसी जगह डालना चाहिए जहां जल का अपमान नहीं हो। अगर मंगल इस भाव में नेक है तो उसकी नेकी बनाए रखने के लिए सौन्दर्य और भोग विलास में लिप्त नहीं होना चाहिए। जिस व्यक्ति की कुण्डली में यह स्थिति हो उसे अपने कर्तव्य का पूरा ध्यान रखना चाहिए।
छठे भाव मे मंगल (Lalkitab Remedies for Mars in 6th house)
लाल किताब के अनुसार जिस व्यक्ति की कुण्डली में खाना संख्या 6 में मंगल नेक होकर बैठा है उसे मंगल को और भी नेक बनाने के लिए कन्याओं को भोजन कराना चाहिए। मंगल अगर मंदा होकर बैठा है तो संतान के जन्म होने पर मिठाईयों के बदले नमकीन बांटना चाहिए। भाईयों को समय समय पर आर्थिक मदद करनी चाहिए। सोना धारण नहीं करना चाहिए। शनि की शांति का उपाय करना चाहिए।
सातवें भाव मे मंगल (Lalkitab Remedies for Mars in 7th house)
कुण्डली के खाना संख्या सात में बैठे मंगल के मंदे प्रभाव को दूर करने के लिए व्यक्ति को बिना सिंग की गाय की सेवा करनी चाहिए। भोजन करने से पहले गाय के लिए एक हिस्सा निकाल कर रख देना चाहिए। मंगल के मंदे प्रभाव से बचने के लिए मांस मदिरा के सेवन से परहेज रखना चाहिए। किसी से भी मुफ्त में कलम नहीं लेना चाहिए।
आठवें भाव में मंगल (Lalkitab Remedies for Mars in 8th house)
जिस व्यक्ति की कुण्डली के आठवें भाव में मंगल बैठा हो उसे मंगल की शुभता (auspiciousness of Mars)के लिए शाम के समय रोटी बनाने से पहले तबे पर पानी के छींटे मारने चाहिए। घर में तंदूर अथवा भट्ठी नहीं लगानी चाहिए अन्यथा मंगल का मंदा फल और भी अशुभ हो जाता है। मंगल विधवा स्त्री से आशीर्वाद लेने से नेक फल देता है एवं कुत्ते को 40 से 43 दिनो तक मीठी रोटी देने से शुभ होता है।
नवम भाव में मंगल(Lalkitab Remedies for Mars in 9th house)
कुण्डली के खाना संख्या 9 में अगर मंगल बैठा हो तो इसकी नेकी प्राप्त करने के लिए धर्म ग्रंथों के प्रति आदर और सम्मान रखना चाहिए। बुर्जुर्ग और श्रेष्ठ व्यक्तियों के प्रति आदर भाव और सम्मान रखना चाहिए। समय समय पर धार्मिक कार्यों का आयोजन करना चाहिए। भाईयों से स्नेहपूर्ण सम्बन्ध बनाकर रखना चाहिए। किसी कार्य को करने से पहले भाईयों से भी विमर्श कर लेना चाहिए।
दशम भाव में मंगल (Lalkitab Remedies for Mars in 10th house)
मंगल की उपस्थिति अगर कुण्डली के दशम भाव में है तो मंगल के शुभ प्रभाव में वृद्धि के लिए हिरण को आहार देना चाहिए। काले अथवा काने व्यक्ति की सेवा करनी चाहिए। किसी प्रकार के असामाजिक कार्यों में संलग्न नहीं होना चाहिए। हनुमान जी को सिन्दुर चढ़ाने एवं पुत्रहीन व्यक्ति की सेवा से भी मंगल की शुभता प्राप्त होती है।
एकादश भाव में मंगल (Lalkitab Remedies for Mars in 11th house)
कुण्डली के एकादश भाव में बैठे हुए मंगल के मंदे प्रभाव(negative impact) को दूर करने के लिए एवं नेकी को बढ़ाने के लिए घर में कुत्ता पालना चाहिए। दामाद, साले एवं दोहिते का सहयोग करना चाहिए। जिस व्यक्ति की कुण्डली के एकादश भाव में मंगल बैठा हो उसे हमेशा अपने साथ लाल चंदन रखना चाहिए। इस भाव में अगर मंगल मंदा होकर बैठा हो तो मंगल की वस्तुओं का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
द्वादश भाव में मंगल (Lalkitab Remedies for Mars in 12th house)
जन्म कुण्डली के बारहवें भाव(12th house) में मंगल मंदा होकर बैठा है तो जल में चीनी मिलाकर सूर्य को आर्घ्य देना चाहिए। मंदिर में बताशे का प्रसाद चढ़ाना चाहिए। जल में शहद मिलाकर लोगों को पिलाना चाहिए। छोटे भाई को दूध पिलाना चाहिए अगर मंगल नेक है तो उसकी नेकी को बढ़ाने के लिए अपने पास हमेशा चांदी का चावल रखना चाहिए।
पहले भाव में मंगल (Lalkitab Remedies for Mars in 1st house)
मंगल खाना (house) संख्या एक में मंदा (debilitated) होकर बैठा हो तो उसे नेक बनाने के लिए एवं नेक हो तो उसे और नेक बनाने के लिए व्यक्ति को अपने क्रोध पर काबू रखना चाहिए। व्यक्ति को अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना चाहिए कभी किसी के प्रति अपशब्द नहीं बोलना चाहिए। मंगल की शुभता का फल प्राप्त करने के लिए मिट्टी की सुराही में सौंफ डालकर सुनसान स्थान पर मिट्टी के नीचे दबाना चाहिए।
दूसरे भाव मे मंगल (Lalkitab Remedies for Mars in 2nd house)
लाल किताब के अनुसार मंगल खाना संख्या दो में मंदा(combust) हो तो उसे नेक बनाने के लिए भाईयों के साथ मधुर सम्बन्ध बनाकर रखना चाहिए। जरूरत के समय भाईयों की मदद करनी चाहिए। पीठ पीछे किसी की शिकायत नहीं करनी चाहिए। अपने व्यवहार और कार्य में दृढ़ता लानी चाहिए। जनसेवा और भंडारे के आयोजन से मंगल नेक फल देता है।
तीसरे भाव में मंगल (Lalkitab Remedies for Mars in 3rd house)
तीसरे खाने(3rd house) में बैठा मंगल अगर मंदा हो तो मंदे प्रभाव को दूर करने के लिए व्यक्ति को हाथी के दांत का कड़ा या इससे बनी कोई अन्य वस्तु घर में रखनी चाहिए। दिखावे से बचना चाहिए और अनावश्यक खर्च नहीं करना चाहिए। अपने अंदर आत्मविश्वास बनाये रखना चाहिए और अपने गुणों और क्षमताओं का प्रयोग करना चाहिए।
चौथे भाव में मंगल (Lalkitab Remedies for Mars in 4th house)
मंगल चौथे भाव में मंदा होकर बैठा हो तो इसकी शुभता के लिए मिट्टी के बर्तन में शहद भरकर उसे शमशान भूमि दबा देना चाहिए। घर का दरवाजा दक्षिण दिशा में नहीं रखना चाहिए। 400 ग्राम रेवड़ी नदी में प्रवाहित करना चाहिए। चिड़ियों को मीठा डालना चाहिए। नेक मंगल के लिए हनुमान जी को सिन्दुर चढ़ाना चाहिए।
पांचवें भाव में मंगल (Lalkitab Remedies for Mars in 5th house)
पांचवें घर में बैठे हुए मंगल को नेक बनाने के लिए रात को सोते समय सिरहाने किसी बर्तन में पानी भरकर रखें और सुबह उस जल को ऐसी जगह डालना चाहिए जहां जल का अपमान नहीं हो। अगर मंगल इस भाव में नेक है तो उसकी नेकी बनाए रखने के लिए सौन्दर्य और भोग विलास में लिप्त नहीं होना चाहिए। जिस व्यक्ति की कुण्डली में यह स्थिति हो उसे अपने कर्तव्य का पूरा ध्यान रखना चाहिए।
छठे भाव मे मंगल (Lalkitab Remedies for Mars in 6th house)
लाल किताब के अनुसार जिस व्यक्ति की कुण्डली में खाना संख्या 6 में मंगल नेक होकर बैठा है उसे मंगल को और भी नेक बनाने के लिए कन्याओं को भोजन कराना चाहिए। मंगल अगर मंदा होकर बैठा है तो संतान के जन्म होने पर मिठाईयों के बदले नमकीन बांटना चाहिए। भाईयों को समय समय पर आर्थिक मदद करनी चाहिए। सोना धारण नहीं करना चाहिए। शनि की शांति का उपाय करना चाहिए।
सातवें भाव मे मंगल (Lalkitab Remedies for Mars in 7th house)
कुण्डली के खाना संख्या सात में बैठे मंगल के मंदे प्रभाव को दूर करने के लिए व्यक्ति को बिना सिंग की गाय की सेवा करनी चाहिए। भोजन करने से पहले गाय के लिए एक हिस्सा निकाल कर रख देना चाहिए। मंगल के मंदे प्रभाव से बचने के लिए मांस मदिरा के सेवन से परहेज रखना चाहिए। किसी से भी मुफ्त में कलम नहीं लेना चाहिए।
आठवें भाव में मंगल (Lalkitab Remedies for Mars in 8th house)
जिस व्यक्ति की कुण्डली के आठवें भाव में मंगल बैठा हो उसे मंगल की शुभता (auspiciousness of Mars)के लिए शाम के समय रोटी बनाने से पहले तबे पर पानी के छींटे मारने चाहिए। घर में तंदूर अथवा भट्ठी नहीं लगानी चाहिए अन्यथा मंगल का मंदा फल और भी अशुभ हो जाता है। मंगल विधवा स्त्री से आशीर्वाद लेने से नेक फल देता है एवं कुत्ते को 40 से 43 दिनो तक मीठी रोटी देने से शुभ होता है।
नवम भाव में मंगल(Lalkitab Remedies for Mars in 9th house)
कुण्डली के खाना संख्या 9 में अगर मंगल बैठा हो तो इसकी नेकी प्राप्त करने के लिए धर्म ग्रंथों के प्रति आदर और सम्मान रखना चाहिए। बुर्जुर्ग और श्रेष्ठ व्यक्तियों के प्रति आदर भाव और सम्मान रखना चाहिए। समय समय पर धार्मिक कार्यों का आयोजन करना चाहिए। भाईयों से स्नेहपूर्ण सम्बन्ध बनाकर रखना चाहिए। किसी कार्य को करने से पहले भाईयों से भी विमर्श कर लेना चाहिए।
दशम भाव में मंगल (Lalkitab Remedies for Mars in 10th house)
मंगल की उपस्थिति अगर कुण्डली के दशम भाव में है तो मंगल के शुभ प्रभाव में वृद्धि के लिए हिरण को आहार देना चाहिए। काले अथवा काने व्यक्ति की सेवा करनी चाहिए। किसी प्रकार के असामाजिक कार्यों में संलग्न नहीं होना चाहिए। हनुमान जी को सिन्दुर चढ़ाने एवं पुत्रहीन व्यक्ति की सेवा से भी मंगल की शुभता प्राप्त होती है।
एकादश भाव में मंगल (Lalkitab Remedies for Mars in 11th house)
कुण्डली के एकादश भाव में बैठे हुए मंगल के मंदे प्रभाव(negative impact) को दूर करने के लिए एवं नेकी को बढ़ाने के लिए घर में कुत्ता पालना चाहिए। दामाद, साले एवं दोहिते का सहयोग करना चाहिए। जिस व्यक्ति की कुण्डली के एकादश भाव में मंगल बैठा हो उसे हमेशा अपने साथ लाल चंदन रखना चाहिए। इस भाव में अगर मंगल मंदा होकर बैठा हो तो मंगल की वस्तुओं का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
द्वादश भाव में मंगल (Lalkitab Remedies for Mars in 12th house)
जन्म कुण्डली के बारहवें भाव(12th house) में मंगल मंदा होकर बैठा है तो जल में चीनी मिलाकर सूर्य को आर्घ्य देना चाहिए। मंदिर में बताशे का प्रसाद चढ़ाना चाहिए। जल में शहद मिलाकर लोगों को पिलाना चाहिए। छोटे भाई को दूध पिलाना चाहिए अगर मंगल नेक है तो उसकी नेकी को बढ़ाने के लिए अपने पास हमेशा चांदी का चावल रखना चाहिए।
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