मुहूर्त में लग्न और कार्य (Lagna According Work in Muhurta)

तुला लग्न (Muhurta in Libra ascendant)
तुला शुक्र की राशि है (Venus is the lord of Libra). मूहूर्त साधन में यह प्रेम और मांगलिक कार्यों में शुभ परिणाम दायक होता है.कृषि सम्बन्धी कार्य इस लग्न में शुभ होता है.कारोबार एवं व्यवसाय के लिए भी यह शुभ लग्न है.इस लग्न में तीर्थ यात्रा एवं किसी विशेष कार्य हेतु यात्रा किया जा सकता है.संचय और भण्डारण के लिए तुला लग्न शुभ परिणामदायक होता है.इस लग्न में धन का निवेश लाभकारी माना जाता है.
वृश्चिक लग्न (Muhurta in Scorpio ascendant)
वृश्चिक मंगल की राशि(sign of Mars) है.इस राशि में ओज, साहस और पराक्रम का समावेश होता है.मुहूर्त के अनुसार इस लग्न के दौरान सरकारी काम को पूरा कर सकते हैं.साहसिक कार्यो के लिए मुहूर्त शास्त्र में इस लग्न को उत्तम बताया गया है.कठिन कार्यो को पूरा करने के लिए भी यह लग्न श्रेष्ठ माना गया है. राज्यारोहण एवं शत्रुओं से बदला लेने के लिए इस मुहूर्त का प्रयोग किया जा सकता है.
धनु लग्न (Muhurta in Sagittarius ascendant)
धनु गुरू की राशि(sign of Jupiter) है.इस राशि में मांगलिक कार्य (auspicious work) संपादित किये जा सकते हैं.विवाह के लिए इस लग्न को शुभ माना गया है.इस लग्न में धार्मिक यात्राएं एवं कारोबार के प्रयोजन से यात्रा का विचार किया जा सकता है. भूमि का स्वामित्व प्राप्त किया जा सकता है.यज्ञों एवं धार्मिक कार्यो का आयोजन किया जा सकता है.वाहन खरीदने के लिए भी इसे श्रेष्ठ लग्न माना गया है.
मकर लग्न (Muhurta in Capricorn ascendant)
मकर शनि की राशि है (Saturn is the lord of Capricorn). इस लग्न में घर का निर्माण किया जा सकता है.खेती से सम्बन्धित कार्य किये जा सकते हैं.जल क्षेत्र से सम्बन्धित कार्य के लिए भी यह लग्न शुभकारी होता है.जलयात्रा का विचार इस लग्न में किया जा सकता है.पशुओं के कारोबार एवं उनसे सम्बन्धित कार्य के लिए मकर लग्न का प्रयोग अनुकूल परिणामदायक होता है.
कुम्भ लग्न (Muhurta in Aquarius ascendant)
कुम्भ राशि का स्वामी भी शनि है (Saturn is the lord of Aquarius). जल क्षेत्र से सम्बन्धित कार्य के लिए यह उत्तम लग्न माना गया है.इस लग्न में जलयात्रा का विचार कर सकते हैं.संग्रह कर सकते हैं.शपथ पत्र पर हस्ताक्षर कर सकते हैं.यात्रा की योजना भी इस लग्न में किया जा सकता है.वाहन खरीदने के लिए भी इस लग्न का प्रयोग किया जा सकता है.
मीन लग्न (Muhurta in Pisces ascendant)
गुरू बृहस्पति मीन लग्न के स्वामी है (Jupiter is the lord of Pisces).मुहूर्त साधना में मीन लग्न के अन्तर्गत शिक्षा एवं ज्ञानार्जन से सम्बन्धित कार्य किये जा सकते हैं.विवाह प्रसंग में भी मीन शुभकारी होता है.जलीय वस्तुओ का कारोबार एवं इससे सम्बन्धित कार्य मीन लग्न में अनुकूल होता है.कृषि कार्य के लिए मीन लग्न को शुभ कहा गया है.यात्रा के लिए इसे उत्तम लग्न माना गया है.पशुओं से सम्बन्धित कार्य एवं पशुपालन के लिए मीन उत्तम मुहूर्त होता है.
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