पू. आषाढा नाडी मुहूर्त व उ.षा. नाडी मुहूर्त - Purvashadha Nadi Muhurtha and Uttarashadha Nadi Muhurtha

भार्गव नाडी मुहूर्त का निर्माण ऋषि भार्गव ने किया है. मुहूर्त की यह प्रणाली नक्षत्रों की नाडी मुहूर्त के नाम से भी जानी जाती है. इसके अन्तर्गत संपूर्ण दिनमान को 30 नाडियों में विभाजित कर. इसकी प्रत्येक नाडी के 24 मिनट को मुहुर्त कार्य के रुप में प्रयोग किया जाता है. वार के अनुसार इन नाडी समय में कार्य आरम्भ किया जा जाता है. आईये देखे की ये नाडी समय किस प्रकार मुहुर्त कार्यो में प्रयोग किये जा सकते है.
पू. आषाढा नाडी मुहूर्त (Purvashadha Nadi Muhurtha)
पू. आषाढा नाडी मुहूर्त (Purvashadha Nadi Muhurtha) समय में रविवार के दिन व्यापारिक कार्य आरम्भ किये जा सकते है. पू. आषाढा नाडी मुहूर्त (Purvashadha Nadi Muhurtha) समय की शुभता से व्यक्ति के लाभों में वृ्द्धि की संभावनाओं को सहयोग प्राप्त होता है. सोमवार के नाडी समय में रोगी की चिकित्सा या दवाई कार्य करने पर रोगी को आरोग्य की प्राप्ति होती है.
स्वास्थय सुख पाने के लिये पू. आषाढा नाडी मुहूर्त (Purvashadha Nadi Muhurtha) के इस समय का प्रयोग किया जा सकता है. मंगलवार में पू. आषाढा नाडी अवधि में वाहन व पशु लेने के कार्य किये जा सकते है( He can buy any vehicle or pet in the Purvashadha Nadi Muhurtha on Tuesday). बुधवार के मुहूर्त समय में कोई भी शुभ कार्य आरम्भ नहीं करना चाहिए.
गुरुवार की नाडी की शुभता से व्यक्ति इस मुहुर्त समय में वार्ता या वाद-विवाद की योग्यता दिखाने के कार्य करने चाहिए. शुक्रवार की पू. षा. नाडी मुहूर्त समय में तंत्र सिद्धि के कार्य करने पर इन कार्यो में सफलता प्राप्त होती है. शनिवार की अवधि में पू.षा. नाडी को शत्रुओं के लिये व्ययूरचना के लिये करना हितकारी रहता है ( Purvashadha Nadi Muhurtha of Saturday is beneficial for conspiracy making).
6. उ.षा. नाडी मुहूर्त ( Uttarashadha Nadi Muhurtha)
रविवार के दिन की उ.षा. नाडी मुहूर्त ( Uttarashadha Nadi Muhurtha) समय में नवनिर्माण के प्रयोग करने चाहिए. या फिर मुश्किल कार्यो को करने के लिये यह समय अनुकुल रहता है. उ.षा. नाडी मुहूर्त ( Uttarashadha Nadi Muhurtha) समय सोमवार में सफलता प्राप्त के कार्य किये जा सकते है. अर्थात इस समय में ऎसे कार्य करने चाहिए जिसमें व्यक्ति उतीर्ण होने की आशा रखता है. इस प्रकार के कार्य इस नाडी समय में आरम्भ करने चाहिए.
मंगलवार के नाडी मुहूर्त समय में कार्य आरम्भ करने पर कार्य सिद्धि की प्राप्ति होती है (He can start any new task in this Muhurtha on Tuesday). बुधवार की दिन की उ.षा. नाडी मुहूर्त ( Uttarashadha Nadi Muhurtha) कार्य करने पर शारीरिक कष्ट होने की संभावनाएं बनती है. इसलिये इस समय में कार्य आरम्भ करने से बचना चाहिए. गुरुवार की नाडी का मुहूर्त व्यक्ति के मन में चिन्ताएं लेकर आता है. इस मुहूर्त में जो भी कार्य किया जाता है. उस कार्य को लेकर व्यक्ति सदैव चिन्तित रहता है.
शुक्रवार उ. षा. नाडी मुहूर्त में कृ्षि कार्य करने पर धान्य में वृ्द्धि होती है. मुहूर्त के प्रभाव से फसल में वृ्द्धि होती है. उ.षा. नाडी मुहूर्त ( Uttarashadha Nadi Muhurtha) शनिवार के दिन वाहन लेना शुभ रहता है (He can buy any vehicle on Saturday in this Muhurtha).
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पू. आषाढा नाडी मुहूर्त व उ.षा. नाडी मुहूर्त - Purvashadha Nadi Muhurtha and Uttarashadha Nadi Muhurtha Acharya Shashikant Rating: 5.00 out of 5
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